प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में व्यवसाय एवं श्रम कार्यों हेतु ग्रामीण क्षेत्रों से गरीब परिवारों का आगमन होता हैं । नगरीय क्षेत्रों में रैन बसेरा/आश्रय स्थल का निर्माण कर अस्थायी आवास की व्यवस्था की जाती हैं, परन्तु भोजन की समुचित व्यवस्था न होने से गरीब परिवारों को कठिन परिस्थियों का सामना करना पड़ता हैं तथा कार्य एवं व्यवसाय की तलाश में आने वाले गरीब परिवारों को भोजन की व्यवस्था हेतु यहाँ-वहाँ भटकना पडता है। साथ ही कई गरीब शहरी परिवारों को भी वर्तमान में सस्ते दर पर पौष्टिक भोजन व्यवस्था उपलब्ध नही हो पाती हैं । इसे द्रष्टिगत रखते हुए दिनांक 11/04/2017 को मंत्रि-परिषद के निर्णय अनुसार प्रदेश में "दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना" आरम्भ की गई थी।